सुकून


    
                                                         

सुकून ......... क्या है दो पल का सुकून ? कहाँ मिलता है ? कहाँ रहता है ? कब आता है ? और कब जाता है ? हम इसे ढूंढ़ने के लिए क्यों इधर उधर भटकते है, जबकि हम सब को पता है की यह हमारे अंदर ही है। 

लाइफ को हम सब ने race बना रखा , जब देखो हम किसी न किसी चीज़ के पीछे भागते रहते है ,इतना बिजी हो गए की जीना भूल गए और भागना सीख गए। मेरे साथ भी कुछ ऐसा ही था। २२ साल मैंने भी नौकरी की एंड fortunately ,मैं एक टीचर थी। अब टीचिंग जॉब भी बहुत चल्लेंजिंग  हो गयी है। पहले था 8 से २, पर अब 8 से जब तक स्कूल मैनेजमेंट चाहे 😁। 

भागती दौड़ती ज़िन्दगी में मैं भी सुकून के पल ढूंढ़ने लगी वह भी किस्मे पिक्चर देखने ,सैर सपाटा , शॉपिंग ,दोस्तों के साथ उठना बैठना ,आदि आदि पर इन सब से कुछ देर का सुकून तो मिला पर तसल्ली नहीं। जैसे जैसे उम्र बड़ी और तजुर्बा भी मुझे महसूस होने लगा की मैं किस चीज़ के पीछे भाग रही हूँ ? इस समाज में जो आज कल बहुत ट्रेंडिंग है, women empowerment  ,self sufficient और self reliant होना, अपने पैरों पे खड़े होने , मैं भी इस बात की पैरवी  करती हूँ पर जब आपको ये लगने लगे आप यह सब हो गया   है तो ध्यान को अब अपने तरफ मोड़ा जाये। मैंने अपनी टीचिंग जॉब छोड दी। 

नौकरी छोड़ने के बाद लाइफ और भी चल्लेंजिंग हो जाती है। पहले तो आपका एक फिक्स schedule होता था 80 %  काम और २० % आपका पर अब आपको एक नया schedule बनाना होता है जहाँ पर 80 % टाइम आपका है और बाकी २० % और चीज़ो का ये 80 % में क्या किया जाये ये सोचने की जरुरत है । 

मैंने भी इस चैलेंज को accept किया अपना youtube चैनल खोला ,अपना blog शुरु किया,घर पे रह कर DIY से अपनी hobbies को एक नयी उड़ान दी I मैंने channel और blog को किसी लोकप्रियता पाने का जरिया नहीं बनाया अपितु उसे अपनी प्रतिभा निखारने का माध्यम बनाया ।

बहुत कुछ जो मैं अपने व्यक्तित्व के बारे में नहीं जानती थी उस अनछुए पहलु को मैंने जाना और पता चला की मेरे अंदर भी प्रतिभा का भंडार है बस अब तक उस को बहार नहीं निकला था ।

 जब आपको पता चले आप multitalented है तो आप और भी  बैचैन हो जाते है की क्या नया किया जाये ! या फिर पुराने को नया रूप कैसे दिया जाये , ये होती है आपकी परीक्षा । अब exam है तो पास तो करना ही होगा। 

तब याद आता है की आपके पास चीज़ो को अलग से देखने का नजरिया भी है जो आपकी कल्पना शक्ति में पंख लगाता है ।

और जब ये कल्पना इन पंखो से उड़ान भर्ती है ,popularity तो नहीं, पर सुकून देती है ।                                                                          

यही तो चाहिए था..................... सुकून !!!


Comments

  1. Sach mei sukoon 👍

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  2. एकदम सही कहाँ जो काम करने में मज़ा आए वहीं सुकून मिल जाता है और हमारी आत्मा भी संतुष्ट हो जाती है 👍

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  3. Nicely expressed the feelings - sakun

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